शुक्रवार, 13 दिसंबर 2013

यह व्रत शत्रुओं पर विजय हासिल करने के लिए अच्छा माना गया है


वर्ष 2014 में प्रदोष व्रत की तिथियाँ 


प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और इस दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है. यह व्रत शत्रुओं पर विजय हासिल करने के लिए अच्छा माना गया है. प्रदोष काल वह समय कहलाता है जिस समय दिन और रात का मिलन होता है. भगवान शिव की पूजा एवं उपवास- व्रत के विशेष काल और दिन रुप में जाना जाने वाला यह प्रदोष काल बहुत ही उत्तम समय होता है. प्रदोष तिथि का बहुत महत्व है, इस समय की गई भगवान शिव की पूजा से अमोघ फल की प्राप्ति होती है.


 इस व्रत को यदि वार के अनुसार किया जाए तो अत्यधिक शुभ फल प्राप्त होते हैं. वार के अनुसार का अर्थ है कि जिस वार को प्रदोष व्रत पड़ता है उसी के अनुसार कथा पढ़नी चाहिए. इससे शुभ फलों में अधिक वृद्धि होती है. अलग-अलग कामनाओं की पूर्त्ति के लिए वारों के अनुसार प्रदोष व्रत करने से लाभ मिलता है.

प्रदोष काल में की गई पूजा एवं व्रत सभी इच्छाओं की पूर्ति करने वाला माना गया है. इसी प्रकार प्रदोष काल व्रत हर माह के शुक्ल पक्ष एवं कृष्ण पक्ष के तेरहवें दिन या त्रयोदशी तिथि में रखा जाता है. कुछ विद्वानों के अनुसार द्वादशी एवं त्रयोदशी की तिथि भी प्रदोष तिथि मानी गई है.

वार के अनुसार प्रदोष व्रत 

  • रवि प्रदोष व्रत - आयु वृद्धि तथा अच्छे स्वास्थ्य लाभ के लिए
  • सोम प्रदोष व्रत - अभीष्ट कामना की पूर्त्ति के लिए
  • मंगल प्रदोष व्रत - रोगों से मुक्ति तथा स्वास्थ्य वृद्धि के लिए
  • बुध प्रदोष व्रत - सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्त्ति के लिए
  • गुरु प्रदोष व्रत - शत्रुओं के दमन तथा नाश के लिए
  • शुक्र प्रदोष व्रत - सुख-सौभाग्य और जीवनसाथी की समृद्धि के लिए
  • शनि प्रदोष व्रत - पुत्र प्राप्ति के लिए

वर्ष 2014 में प्रदोष व्रत की तिथियाँ 


दिनाँक दिन हिन्दु चांद्र मास
13 जनवरी सोमवार - सोम प्रदोष व्रत पौष शुक्ल पक्ष
28 जनवरी मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत माघ कृष्ण पक्ष
12 फरवरी बुधवार माघ शुक्ल पक्ष
27 फरवरी बृहस्पतिवार फाल्गुन कृष्ण पक्ष
14 मार्च शुक्रवार फाल्गुन शुक्ल पक्ष
28 मार्च शुक्रवार चैत्र कृष्ण पक्ष
12 अप्रैल शनिवार चैत्र शुक्ल पक्ष
26 अप्रैल शनिवार वैशाख कृष्ण पक्ष
12 मई सोमवार - सोम प्रदोष व्रत वैशाख शुक्ल पक्ष
26 मई सोमवार - सोम प्रदोष व्रत ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष
10 जून मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष
24 जून मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत आषाढ़ कृष्ण पक्ष
10 जुलाई बृहस्पतिवार आषाढ़ शुक्ल पक्ष
24 जुलाई बृहस्पतिवार श्रावण कृष्ण पक्ष
8 अगस्त शुक्रवार श्रावण शुक्ल पक्ष
22 अगस्त शुक्रवार भाद्रपद कृष्ण पक्ष
6 सितंबर शनिवार भाद्रपद शुक्ल पक्ष
21 सितंबर रविवार आश्विन कृष्ण पक्ष
6 अक्तूबर सोमवार आश्विन शुक्ल पक्ष
21 अक्तूबर मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष
4 नवंबर मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत कार्तिक शुक्ल पक्ष
20 नवंबर बृहस्पतिवार मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष
4 दिसंबर बृहस्पतिवार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष
19 दिसंबर शुक्रवार पौष कृष्ण पक्ष 
मेरठ के शिव मन्दिर बाबा ओघडनाथ और सदर गजं बाजार के श्री वामन भगवान मन्दिर कि शिव पिन्डी पर जल चढाकर पुन्य फल प्रप्त कर सकते है मैने चमत्कार देखे है 
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट मौ० नम्बर 09359109683