गुरुवार, 25 जुलाई 2013

2013 पूर्णिमा तिथि पर अलग-अलग श्रृंगार - काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट

काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं एडीएम (नागरिक आपूर्ति) एसके मौर्य ने बताया कि सावन के चार सोमवार तथा पूर्णिमा तिथि पर अलग-अलग श्रृंगार होगा. प्रथम सोमवार (29 जुलाई) को भगवान शंकर के स्वरूप का श्रृंगार होगा, जबकि दूसरे सोमवार (पांच अगस्त) को शंकर-पार्वती की झांकी सजायी जाएगी. तृतीय सोमवार (12 अगस्त) को अर्धनारीश्वर एवं चौथे सोमवार (19अगस्त) को बाबा का रुद्राक्ष से श्रृंगार किया जाएगा. सावन पूर्णिमा पर शिव-पार्वती एवं गणेश प्रतिमाओं का झूला श्रृंगार होगा.
मौर्य ने बताया कि इस दौरान मंगला आरती मध्यरात्रि

बाद 2.45 बजे होगी. इसके लिए 315 रुपये फीस देनी होगी, जबकि सोमवार को यह आरती रविवार मध्यरात्रि बाद 2.30 बजे होगी और शुल्क 625 रुपये लगेगा. मध्याह्न भोग आरती में दोपहर 1.30 बजे शामिल होने के लिए 125 रुपये फीस जमा करनी होगी. इसी प्रकार शाम सात बजे सप्तर्षि आरती, रात्रि नौ बजे श्रृंगार आरती व भोर में चार बजे से दुग्धाभिषेक में हिस्सेदारी के लिए प्रत्येक श्रद्धालु को 125 रुपये जमा करने पड़ेंगे.
उन्होंने बताया कि सबसे महंगा अनुष्ठान महारुद्र होगा. इसके लिए भक्त को 26 हजार 521 रुपये खर्च करने होंगे. इसके अलावा भोर में चार बजे से रुद्राभिषेक में एक शास्त्री के जरिये अनुष्ठान कराने पर 190 रुपये, पांच शास्त्रियों के लिए 565 रुपये और 11 शास्त्रियों के लिए एक हजार 125 रुपये शुल्क देना होगा. वहीं, भोर में चार बजे से ही लघुरुद्र के लिए दो हजार 625 रुपये खर्च करने होंगे.
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट 09359109683

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें