बुधवार, 5 जून 2013

8 जून 2013 को देव पितृकार्य अमावस्या, बड़ पूजन अमावस्या, भावुका अमावस्या, शनि जयंती, संत झानेश्वर जयंती,


8  जून 2013 को देव पितृकार्य अमावस्या, बड़ पूजन अमावस्या, भावुका अमावस्या, शनि जयंती, संत झानेश्वर जयंती, रोहिणी व्रत ( जैन ), वट सावित्री व्रत है इस दिन के पंचाग निम्नवत है और अमावस्या के साथ जयंती भी है 
ज्येष्ठ मास, कृष्ण पक्ष, तिथि   अमावस्या  , वार   शनिवार  ,  विक्रम संवत् 2070
पराभव नाम संवत्सर , शक संवत् 1935 / सूर्य उत्तरायण , ग्रीष्म ऋतु,
अंग्रेजी दिनांक  --  8  जून मास , ईस्वी सन् 2013 पंचाग - तिथि-  अमावस्या रात्रि  9.27  तक, तदुपरान्त  प्रतिपदा 
नक्षत्र-   रोहिणी   रत्रि  8.10  तक, तदुपरान्त   मृगशिरा  /योग-   धृति    सायं  7.04  तक, तदुपरान्त   शूल 
ग्रहों का गोचर भ्रमण- सूर्य- वृष राशि मे /मंगल - वृष राशि मे / बुध- मिथुन राशि मे /गुरु- मिथुन राशि मे /शुक्र- मिथुनराशि मे /शनि-तुला राशि मे / राहु-तुला राशि मे/ केतु-मेष राशि मे /चंद्र- वृष राशि मे श्रेष्ठ चैघडि़ये - शुभ का 7.18 से 9.01 तक /चर, लाभ, अमृत का 12.25 से 5.32 तक / राहु काल वेला - दिन 9.00 से 10.30 तक  शनि अमावस्या शुभ हो
8-6-2013 को शनि अमावस्या है क्यों न शनिदेव से अपने बुरे कर्मों के लिए माफ़ी मांग लें शनि मंत्र व स्तोत्र सर्वबाधा निवारक वैदिक गायत्री मंत्र 'ॐ भगभवाय विद्महे मृत्युरुपाय धीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात्।' प्रतिदिन श्रध्दानुसार शनि गायत्री का जाप करने से घर में सदैव मंगलमय वातावरण बना रहता है। वैदिक शनि मंत्र ॐ शन्नोदेवीरमिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्रवन्तुन:। शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे पवित्र और अनुकूल मंत्र है इसकी दो माला सुबह शाम करने से शनिदेव की भक्ति व प्रीति मिलती है।
कष्ट निवारण शनि मंत्र नीलाम्बर: शूलधर: किरीटी गृघ्रस्थितस्त्रसकरो धनुष्मान्। चर्तुभुज: सूर्यसुत: प्रशान्त: सदाऽस्तुं मह्यं वरंदोऽल्पगामी॥ इस मंत्र से अनावश्यक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। प्रतिदिन एक माला सुबह शाम करने से शत्रु चाह कर भी नुकसान नहीं पहुंचा पायेगा। सुख-समृध्दि दायक शनि मंत्र कोणस्थ:पिंगलो वभ्रु: कृष्णौ रौद्रान्त को यम:। सौरि: शनैश्चरौ मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:॥ इस शनि स्तुति को प्रात:काल पाठ करने से शनिजनित कष्ट नहीं व्यापते और सारा दिन सुख पूर्वक बीतता है। 
शनि पत्नी नाम स्तुति ॐ शं शनैश्चराय नम: ध्वजनि धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया। कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा॥ ॐ शं शनैश्चराय नम: यह बहुत ही अद्भुत और रहस्यमय स्तुति है यदि आपको कारोबारी, पारिवारिक या शारीरिक समस्या हो। इस मंत्र का विधिविधान से जाप और अनुष्ठान किया जाये तो कष्ट आपसे कोसों दूर रहेंगे।
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट 09359109683

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