शनि का लाभ उठाये 9 जुलाई 2013 तक इस समय शनि वर्की है
25 फरवरी 2013 की
दोपहर से शनि वक्री हो गयें है और 9 जुलाई 2013 को सुबह के बाद फिर से
मार्गी होगे। यहां वक्री होने का अर्थ है वर्तमान में अपनी शनि उलटी चाल से
चलरहें है और मार्गी होने का अर्थ है सीधी चाल चलना। शनि ने वक्री होकर
राशि नहीं बदली है। वह तुला राशि में ही है लेकिन चाल बदलने से कई राशियों
पर इसका विपरित प्रभाव भी पड रहा है 9 जुलाई 2013 तक लगभग 135 दिनों तक शनि
वक्री
मेष- इस समय शनि की पूर्ण दृष्टि आपकी राशि पर बनी हुई है। वक्री होने के
बाद भी आपको सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए। किसी से व्यर्थ विवाद न
करें, किसी को सताए नहीं। हनुमानजी का ध्यान और पूजन करें।
वृषभ- इस
राशि के लोग वर्तमान में शनि के बुरे प्रभाव से आजाद हैं। आप अपने कार्यों
को आगे बढाएं, लाभ प्राप्ति के योग बनेंगे। चिंता मुक्ति रहेंगे। लाभ होने
के योग बन रहे हैं।
मिथुन- मिथुन राशि के लोगों को शनि के वक्री होने पर थोडा फर्क अवश्य पड़ेगा। शनिवार के दिन शनि के निमित्त तेल का दान करें।
कर्क-
शनि के वक्री होने पर आपका तनाव कम होगा एवं राहत महसूस करेंगे। छोटे-बड़े
कार्यों में आ रही परेशानियां समाप्त हो जाएंगी। हनुमानजी को सिंदूर और
तेल अर्पित करें।
सिंह- आपके लिए शनि का वक्री होना लाभकारी होगा। शनि के कारण समाज में आपके
मान-सम्मान की भी वृद्धि होगी। किसी विशेष कार्य के होने से प्रसन्नता बनी
रहेगी।
कन्या- कन्या राशि के लोगों के लिए वक्री शनि आपको कोई खास
प्रभाव नहीं दिखाएगा तो इसमें कुछ परेशानियां होने की संभावनाएं हैं।
शनिदेव के निमित्त पूजन करें।
तुला- इस राशि में अभी शनि स्थित है और वक्री होने पर भी तुला राशि में ही
रहेगा। अच्छे से चल रहे कार्यों में भी व्यवधान उत्पन्न होंगे। नए निवेश से
बचने का प्रयास करें एवं यह स्वास्थ्य सुधारने की ओर ध्यान दें।
वृश्चिक-
जिन लोगों की राशि है वृश्चिक है वे लोग वक्री शनि से सहयोग प्राप्त
करेंगे। शनि के कारण इनके कार्यों में आ रही परेशानियां दूर हो जाएंगी।
कार्यों की बाधाएं दूर होने से धन लाभ होगा।
धनु- धनु राशि के लोगों पर वक्री शनि का प्रभाव अधिक नहीं रहेगा। इन लोगों
का जीवन पहले की ही तरह चलता रहेगा। शनि के वक्री होने से धन की आवक भी
समान रहेगी।
मकर- मकर राशि के स्वामी हैं शनिदेव। अत: शनि का वक्री
होना भी आपके लिए लाभदायक होगा। जो लोग व्यवसाय करते हैं सुख-समृद्धि बनी
रहेगी।
कुंभ- 25 फरवरी से शनि के वक्री होने के बाद आपको कुछ चिंता का सामना करना पड़ता है। किसी भी प्रकार के विवादों से बचें।
मीन-
मीन राशि के लिए वक्री शनि शनि राहत प्रदान करेगा। पिछले समय से चल रही
समस्याओं का अंत होगा। नए लाभ के अवसर आएंगे। जो लोग उद्योग संचालित करते
हैं
- कम से कम 9 शनिवार गरीबों को भोजन कराएं, भोजन में शनिदेव के प्रिय भोज्य सामग्री रखें।
- प्रति शनिवार शनि के निमित्त व्रत-उपवास करें।
- प्रति शनिवार शनि देव के लिए विशेष पूजा-अर्चना अवश्य कराएं।
- शुभ मुहूर्त देखकर शनि कवच धारण करें।
- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- प्रति शनिवार आपके खाने तिल से बनी सामग्री अवश्य खाएं।
शनि
मंत्र व स्तोत्र सर्वबाधा निवारक वैदिक गायत्री मंत्र 'ॐ भगभवाय विद्महे
मृत्युरुपाय धीमहि, तन्नो शनि: प्रचोदयात्।' प्रतिदिन श्रध्दानुसार शनि
गायत्री का जाप करने से घर में सदैव मंगलमय वातावरण बना रहता है। वैदिक शनि
मंत्र ॐ शन्नोदेवीरमिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्रवन्तुन:। शनिदेव
को प्रसन्न करने का सबसे पवित्र और अनुकूल मंत्र है इसकी दो माला सुबह शाम
करने से शनिदेव की भक्ति व प्रीति मिलती है।
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट 09359109683
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