शनिवार, 8 जून 2013

मोदी कि ग्रह दशा और प्रधानमन्त्री का पद,,शुक्र, सूर्य एवं शनि ग्रहों के योगो मे कमी है फिर भी ग्रहो के खेल निराले है

मोदी कि ग्रह दशा और प्रधानमन्त्री का पद देश में अभी तक मंगल, शुक्र, सूर्य एवं शनि ग्रहों वाले व्यक्ति ही प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए हैं। 
इनमें से मंगल एवं शुक्र राशि का वर्चस्व प्रधानमंत्री के लिए अधिक रहा है। ग्रहों के मान से सन् 1947 से 2012 वर्तमान समय तक भारत में चैदह प्रधानमंत्री हुए है। इनमें ग्रहों का प्रभाव इस प्रकार रहा है। मंगल ग्रह -सर्वश्री लालबहादूर शास्त्री , चरणसिंह , चंद्रशेखर , अटलबिहारी वाजपेयी , (4) शुक्र ग्रह - श्रीमती इंदिरा गांधी , राजीव गंाधी , विश्वनाथप्रतापसिंह , इंद्रकुमार गुजराल (4) शनि ग्रह - श्री जवाहरलाल नेहरू, गुलजारीलाल नंदा (2) सूर्य ग्रह - श्री मोरारजी देसाई , मनमोहनसिंह (2) बुध ग्रह - पी.वी. नरसिंहराव
नरेन्द्र मोदी के शुक्र, सूर्य एवं शनि ग्रहों के योगो मे कमी है फिर भी ग्रहो के खेल निराले है


श्री मोदी को उस समय भाग्य भाव की राशि कर्क के स्वामी चंद्र में राहू में केतू की दशांतर रहेगी। तुला राशि में राहू और शनि द्वादश भाव में गोचर करेगें। द्वितीय एवं पंचम भाव की राशि का स्वामी गुरु मारक स्थान सप्तम भाव में, दशम भाव की राशि सिंह का स्वामी सूर्य अपनी राशि से षष्टम होकर तृतीय भाव में गोचर करेगा जो मोदी को प्रधान मंत्री बनने में बाधक बन सकते हैं। वर्तमान लोकसभा की नियत अवधि पूर्ण हो जाने पर नवंबर 2014 में चुनाव होने के समय भारत की कुंडली में सूर्य में शुक्र में सूर्य की दशांतर होगी। वहीं श्री मोदी के लिए चंद्र में गुरु में चंद्र अथवा मंगल का दशांतर गोचर में रहेगा। गोचर ग्रहों के मान से सूर्य शनि एवं शुक्र वृश्चिक में, गुरु कर्क में, मंगल धनु में व राहू कन्या में, रहेगें। श्री मोदी की कुंडली के मान से लग्न में दशम भाव का स्वामी सूर्य, तृतीय भाव एवं चतुर्थ भाव के स्वामी शनि एवं सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी शुक्र की युति रहेगी। लग्न तथा षष्टम भाव का स्वामी मंगल अपनी राशि से द्वितीय एवं नवम होकर द्वितीय भाव में गोचर। गुरु उच्च का होकर भाग्य भाव में होगा। उस वक्त श्री मोदी को लग्न, पंचम एवं भाग्य भाव की दंशातर रहेगी और भारत के मान से तृतीय भाव में कर्क राशि में गुरु की भाग्य भाव पर पूर्ण दृष्टि होगी। सूर्य, शनि, शुक्र की सप्तम भाव में युति होगी तथा उस समय भारत की सूर्य एवं शुक्र की दंशातर होगी।
मोदी के लिए बाधक ग्रह, भाग्य भाव की राशि कर्क का स्वामी चंद्रमा होता है जो लग्न में नीच का होकर मंगल के साथ है। मंगल एवं चंद्र की पूर्ण दृष्टि संगठन भाव सप्तम पर पूर्ण होने के कारण मोदी एवं संगठन के मध्य आपसी मतभेद उभर सकते है जिससे श्री मोदी को निपटना होगा। 
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट 09359109683

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