सुंदर पति या पत्नी की प्राप्ति के लिए, प्रेम विवाह, शीघ्र विवाह, प्रेम
में सफलता के लिए भैरवी देवी साधना करनी चाहिए।माता भैरवी साधना से जहां
प्रेत बाधा से मुक्ति प्राप्ति होती है, वही शारीरिक दुर्बलता भी समाप्त
होती है, असाध्य और दुष्कर से दुष्कर कार्य भी पूर्ण हो जाते है।
मंत्र-ऊँ ह्रीं भैरवी कलौं ह्रीं स्वाहाः
देवी धूमावती महाविद्या
हर प्रकार की दरिद्रता के नाश के लिए, तंत्र-मंत्र के लिए, जादू-टोना, बुरी
नजर और भूत-प्रेत आदि समस्त भयों से मुक्ति के लिए, सभी रोगों के लिए, अभय
प्राप्ति के लिए, साधना में रक्षा के लिए, जीवन में आने वाले हर प्रकार के
दुःखों का
निदान करने वाली देवी है। आये दिन और नित्य प्रति ही यदि कोई रोग लगा रहता
हो या शारीरिक अस्वस्थता निरंतर बनी ही रहती हो, तो वह भी दूर होने लग
जाती है। उसकी आखों में प्रबल तेज व्याप्त हो जाता है,
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान एवं शिक्षा केन्द्र सदर गजं बाजार मेरठ कैन्ट 09359109683
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